


बॉलीवुड एक्ट्रेस से साध्वी बनी ममता कुलकर्णी से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई है। ममता कुलकर्णी ने महामंडलेश्वर पद से इस्तीफा दे दिया है। बॉलीवुड की एक समय की चर्चित एक्ट्रेस ममता कुलकर्णी एक बार फिर चर्चा में हैं। पहले फिल्मों में अपने अभिनय से नाम कमाने वाली ममता कुलकर्णी अब आध्यात्मिक जीवन में पूरी तरह से रम चुकी थीं। उन्होंने हाल ही में महामंडलेश्वर पद से इस्तीफा दे दिया है, जिससे उनके समर्थकों और समाज में हलचल मच गई है।
क्यों दिया ममता कुलकर्णी ने इस्तीफा?
ममता कुलकर्णी, जो अब तक धर्म और आध्यात्म के क्षेत्र में अपनी पहचान बना चुकी थीं, ने महामंडलेश्वर के पद से इस्तीफा देने का फैसला क्यों लिया, यह सवाल उठ रहा है। हालांकि, ममता ने इस इस्तीफे को लेकर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है, लेकिन कुछ सूत्रों के मुताबिक, उनका यह कदम व्यक्तिगत कारणों के चलते उठाया गया है। कहा जा रहा है कि वे अब एक नई दिशा में आगे बढ़ने की सोच रही थीं, जहां वे पहले से ज्यादा आत्मनिर्भर और खुशहाल जीवन जी सकें।
ममता कुलकर्णी का बॉलीवुड करियर एक समय पर काफी सक्सेसफुल रहा था। उन्होंने 90 के दशक में कई हिट फिल्मों में काम किया था, जिनमें 'विक्टोरिया नंबर 203', 'बाजी', 'करण अर्जुन' और 'आतिश' जैसी फिल्मों का नाम शामिल है। अपने अभिनय के जरिए उन्होंने दर्शकों के दिलों में एक खास जगह बनाई। लेकिन फिल्म इंडस्ट्री में काम करने के बाद उनका रुझान आध्यात्म की ओर बढ़ा। ममता कुलकर्णी ने फिल्मों से दूर होकर एक साध्वी बनने का फैसला लिया और वह एक धार्मिक संगठन से जुड़ीं। उन्होंने 'महामंडलेश्वर' के पद पर आसीन होने के बाद समाज में अपनी आध्यात्मिक उपस्थिति दर्ज कराई।
महामंडलेश्वर पद से इस्तीफा देना कितना महत्वपूर्ण है?
महामंडलेश्वर पद धार्मिक और सामाजिक दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। यह पद उस व्यक्ति को दिया जाता है, जो एक विशेष आध्यात्मिक ज्ञान और प्रभावशाली व्यक्तित्व का धनी हो। ऐसे पद से इस्तीफा देना अपने आप में एक बड़ा कदम होता है और यह दर्शाता है कि उस व्यक्ति ने अपने जीवन की दिशा बदलने का फैसला किया है। ममता कुलकर्णी का यह इस्तीफा उनके जीवन में एक नए मोड़ की ओर इशारा करता है।